UPSC Mains Alert : संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2025 के लिए DAF-1 फॉर्म भरने की प्रक्रिया 16 जून 2025 से शुरू कर दी है। यह फॉर्म उन उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है जिन्होंने हाल ही में आयोजित प्रीलिम्स परीक्षा पास की है और अब मुख्य परीक्षा (Mains) में शामिल होना चाहते हैं।
DAF यानी डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म, यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का एक अहम हिस्सा होता है। यह फॉर्म दो चरणों में भरा जाता है – DAF-1 और DAF-2। DAF-1 मुख्य परीक्षा से पहले भरना होता है, जबकि DAF-2 मुख्य परीक्षा पास करने के बाद इंटरव्यू के लिए भरा जाता है।
DAF-1 फॉर्म क्यों है जरूरी?
अगर आप प्रीलिम्स परीक्षा पास कर चुके हैं और मेंस परीक्षा में बैठना चाहते हैं, तो DAF-1 फॉर्म भरना अनिवार्य है। बिना इस फॉर्म को भरे कोई भी उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सकता। इस फॉर्म के ज़रिए आयोग उम्मीदवार की शैक्षणिक योग्यता, सेवाओं की प्राथमिकता, परीक्षा का माध्यम, वैकल्पिक विषय और व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करता है।
यूपीएससी DAF-1 फॉर्म सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह फॉर्म उम्मीदवार की पहचान और योग्यताओं का पूरा खाका होता है। इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवार से पूछे जाने वाले सवालों का आधार भी इसी फॉर्म से लिया जाता है।
UPSC DAF-1 2025: प्रमुख तिथियाँ
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प्रीलिम्स परीक्षा की तिथि: 25 मई 2025
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प्रीलिम्स रिजल्ट जारी हुआ: 11 जून 2025
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DAF-1 फॉर्म भरने की शुरुआत: 16 जून 2025
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DAF-1 भरने की अंतिम तिथि: 25 जून 2025
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मुख्य परीक्षा की अनुमानित तिथि: अगस्त 2025
DAF-1 फॉर्म कहां और कैसे भरें?
उम्मीदवार UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर DAF-1 फॉर्म भर सकते हैं। लॉग इन करने के बाद उम्मीदवार को फॉर्म के विभिन्न सेक्शन भरने होंगे, जैसे:
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व्यक्तिगत जानकारी
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शैक्षणिक विवरण
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सेवाओं की प्राथमिकता (IAS, IPS, IFS आदि)
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परीक्षा माध्यम (हिंदी/अंग्रेज़ी या अन्य भाषाएं)
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वैकल्पिक विषय
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कार्यानुभव (यदि हो)
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एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज
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आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करना
DAF-1 भरते समय किन बातों का रखें ध्यान?
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सभी जानकारियाँ ध्यान से भरें: फॉर्म में दी गई हर जानकारी सटीक होनी चाहिए। कोई भी झूठी या गलत जानकारी आपके चयन में बाधा बन सकती है।
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सेवाओं की प्राथमिकता सोच-समझकर भरें: एक बार सेवाओं की प्राथमिकता तय कर दी गई, तो उसे बदला नहीं जा सकता। इसलिए इसे भरते समय अपना करियर गोल स्पष्ट रखें।
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वैकल्पिक विषय का चयन सावधानी से करें: वही विषय चुनें जिसमें आपकी मजबूत पकड़ हो, क्योंकि यह मेंस परीक्षा का एक महत्वपूर्ण पेपर होता है।
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प्रूफ रीडिंग जरूर करें: फॉर्म सबमिट करने से पहले एक बार पूरे फॉर्म को ध्यान से पढ़ें। छोटी सी गलती भी इंटरव्यू में गलत प्रभाव डाल सकती है।
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दस्तावेज़ पहले से तैयार रखें: स्कैन की गई फोटो, सिग्नेचर, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) पहले से तैयार रखें ताकि फॉर्म भरते समय कोई दिक्कत न हो।
जरूरी दस्तावेज़ जो DAF-1 के साथ अपलोड करने होंगे
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हाल ही की पासपोर्ट साइज फोटो
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हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी
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10वीं की मार्कशीट (जन्मतिथि के प्रमाण के लिए)
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ग्रेजुएशन की डिग्री और मार्कशीट
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आरक्षित वर्ग से संबंधित प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC आदि)
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दिव्यांग श्रेणी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
DAF-1 में गलती के क्या हो सकते हैं परिणाम?
DAF-1 फॉर्म में दी गई जानकारी के आधार पर UPSC मेंस और इंटरव्यू दोनों के लिए तैयारी होती है। अगर इसमें कोई गलत जानकारी दी जाती है, तो न सिर्फ आपकी उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है, बल्कि भविष्य में परीक्षा देने पर भी रोक लग सकती है। इसलिए इसे बेहद सावधानीपूर्वक भरें।
निष्कर्ष
यूपीएससी की तैयारी में प्रीलिम्स पास कर लेना एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है। DAF-1 फॉर्म वह सेतु है जो आपको मुख्य परीक्षा तक ले जाता है। इसे एक गंभीर दस्तावेज़ के रूप में देखें और भरते समय हर जानकारी को प्रमाणिकता के साथ प्रस्तुत करें।
DAF-1 भरने की आखिरी तारीख 25 जून 2025 है, इसलिए समय रहते इस महत्वपूर्ण कदम को पूरा करें और अपने UPSC सफर को एक नई दिशा दें। यदि आपने अब तक यह फॉर्म नहीं भरा है, तो आज ही UPSC की वेबसाइट पर जाएं और आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।
आपका एक सही कदम आपको IAS, IPS या IFS अधिकारी बनने की ओर ले जा सकता है।