Rajasthan Weather Alert : राजस्थान में मानसून की दस्तक के साथ ही मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में कहीं झमाझम बारिश हो रही है, तो कहीं उमस और गर्मी का असर अभी भी बरकरार है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों को लेकर कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। खासकर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान के क्षेत्रों में आगामी दिनों में तेज बारिश और अंधड़ की संभावना जताई गई है।
मानसून की सक्रियता से बढ़ी हलचल
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार मानसून ने समय पर दस्तक दी है और फिलहाल यह तेज़ी से पूरे प्रदेश में सक्रिय होता जा रहा है। पूर्वी राजस्थान के अधिकतर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ मेघगर्जन और वज्रपात की घटनाएं भी देखने को मिली हैं। वहीं पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में भी बारिश दर्ज की गई है, हालांकि वहां अभी भी तेज गर्मी और लू जैसे हालात बने हुए हैं।
भरतपुर में सबसे अधिक बारिश
भरतपुर जिले की भरतपुर तहसील में सबसे अधिक 85.0 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह संकेत है कि पूर्वी राजस्थान में मानसून ने अपनी पूरी ताकत के साथ एंट्री ली है। दूसरी ओर, जैसलमेर में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो अभी भी गर्मी के असर को दर्शाता है। वहीं सिरोही में न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो प्रदेश के अन्य हिस्सों की तुलना में कहीं ज्यादा राहत भरा रहा।
आर्द्रता में भी भारी उतार-चढ़ाव
राज्य में औसत आर्द्रता 45% से लेकर 100% तक दर्ज की गई है। जहां एक ओर बारिश वाले इलाकों में नमी अधिक है, वहीं सूखे क्षेत्रों में लोगों को उमस का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अभी भी गर्म हवाएं चल रही हैं, जिससे दिन के समय लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
19 से 23 जून तक भारी बारिश के आसार
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 19 जून से लेकर 23 जून तक कोटा, भरतपुर और जयपुर संभाग में मानसूनी गतिविधियां अत्यधिक सक्रिय रहेंगी। इस दौरान इन क्षेत्रों में तेज़ बारिश के साथ-साथ बिजली गिरने और तेज हवाओं के चलने की भी संभावना है।
ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
राजस्थान के कई जिलों में मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए अलर्ट जारी किया है। कोटा, भरतपुर, अजमेर, टोंक, बूंदी, झालावाड़, भीलवाड़ा और उदयपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक मेघगर्जन के साथ भारी बारिश की संभावना है। वहीं जयपुर, सवाईमाधोपुर, बारां, झुंझुनू, चूरू, अलवर, चित्तौड़गढ़, करौली, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और हल्की से मध्यम बारिश की भी आशंका जताई गई है।
प्री-मानसून गतिविधियां तेज
राज्य में फिलहाल प्री-मानसून गतिविधियां पूरे जोर पर हैं। बीते 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके साथ ही कहीं-कहीं मेघगर्जन और वज्रपात की भी घटनाएं सामने आई हैं। सीकर जिले में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जबकि बाड़मेर में दिन का अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, जैसलमेर में रात का न्यूनतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से अधिक माना जा रहा है।
25 जून तक पूरे राजस्थान में दस्तक देगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, हर साल की तरह इस बार भी मानसून 25 जून तक राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि 23 जून के बाद राज्य के शेष क्षेत्रों में भी मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही तापमान में गिरावट और उमस से राहत मिलने की संभावना है।
क्या करें और क्या न करें?
-
बारिश के दौरान बिजली गिरने की आशंका वाले इलाकों में खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे खड़े न हों।
-
किसान मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार फसल की बुवाई और अन्य कृषि कार्य करें।
-
स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करें और आपात स्थिति में मदद के लिए स्थानीय कंट्रोल रूम से संपर्क करें।
निष्कर्ष
राजस्थान में मानसून ने अपनी मौजूदगी दर्ज करानी शुरू कर दी है और आगामी कुछ दिनों में इसका असर और भी तेज़ी से बढ़ेगा। जहां एक ओर बारिश से गर्मी और उमस से राहत मिलने की उम्मीद है, वहीं भारी बारिश और अंधड़ जैसी घटनाओं के प्रति सतर्क रहना भी आवश्यक है। मौसम विभाग की सलाह और अलर्ट्स पर ध्यान देना इस समय सबसे ज़रूरी कदम है। यदि सब कुछ पूर्वानुमान के अनुसार रहा, तो 25 जून तक पूरा राजस्थान मानसूनी बारिश की चपेट में आ जाएगा, जिससे किसान, आमजन और पर्यावरण सभी को राहत मिलेगी।