MP Weather Alert 2025 : मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। भीषण गर्मी के बीच अब लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है क्योंकि प्रदेश में तेज आंधी, गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदला नजर आया। कहीं पर तापमान 45 डिग्री तक पहुंचा तो कहीं अचानक तेज हवाओं और बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी।
खजुराहो प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां शुक्रवार को दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं दूसरी ओर, इंदौर, भोपाल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में बारिश के कारण मौसम सुहावना बना हुआ है।
मानसून की रफ्तार बढ़ी, 15-18 जून के बीच हो सकता है प्रवेश
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने फिर से गति पकड़ ली है। वर्तमान में इसकी उत्तरी सीमा मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी और बालुरघाट से होकर गुजर रही है। कर्नाटक से आंध्र प्रदेश के तट तक बनी द्रोणिका और तेलंगाना के पास बने चक्रवात के कारण अगले 48 घंटों में मानसून के मध्यप्रदेश में प्रवेश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 15 से 18 जून के बीच कभी भी मानसून मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर सकता है। पिछले साल मानसून 21 जून को राज्य में आया था, जबकि सामान्य तिथि 15 जून मानी जाती है।
आज का मौसम (14 जून)
शनिवार को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर जिलों में लू का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर में तेज बारिश होने की संभावना है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम सहित कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक और तेज हवाएं चल सकती हैं। हवा की गति 40 से 50 किमी प्रतिघंटा तक रह सकती है।
आगामी चार दिन का मौसम पूर्वानुमान
15 जून (रविवार): भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, रीवा, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सागर, विदिशा, रायसेन, बैतूल, हरदा, देवास, खरगोन, धार, रतलाम, मंदसौर और गुना जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। कई क्षेत्रों में तेज हवाएं चल सकती हैं, जिनकी रफ्तार 60 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है।
16 जून (सोमवार): मंडला और बालाघाट जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं बाकी जिलों में भी रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। तापमान में गिरावट जारी रहने की संभावना है।
17 जून (मंगलवार): जबलपुर, कटनी और नरसिंहपुर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और अन्य जिलों में सामान्य से मध्यम बारिश की उम्मीद है। हवा की रफ्तार इस दिन 40 से 50 किमी प्रतिघंटा के बीच रह सकती है।
लू से राहत के आसार
राज्य के कई जिलों में लू से फिलहाल राहत नहीं है। ग्वालियर, भिंड, मुरैना और दतिया जैसे इलाकों में अभी भी लू की स्थिति बनी हुई है। लेकिन जैसे ही मानसून दस्तक देगा, तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जाएगी। मौसम विभाग ने लोगों को लू से बचाव के लिए दोपहर 12 से 4 बजे तक धूप में न निकलने की सलाह दी है।
किसानों के लिए राहत की खबर
बारिश की संभावना से सबसे अधिक राहत किसानों को मिल सकती है, जो खरीफ फसल की बुआई की तैयारी में जुटे हैं। यदि मानसून समय पर पहुंचता है, तो फसलों के उत्पादन पर सकारात्मक असर पड़ेगा और सिंचाई की निर्भरता भी कम हो जाएगी।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश में मौसम का बदलाव अब साफ नजर आ रहा है। भीषण गर्मी और लू के बीच अब राहत की उम्मीद बन गई है। बारिश के सिलसिले ने राज्य के अधिकांश हिस्सों को घेर लिया है और आने वाले दिनों में यह और तेज हो सकता है। मानसून के प्रवेश की संभावना के साथ ही अब प्रदेशवासियों को गर्मी से जल्द राहत मिलने वाली है।