JNU PhD Admission Open 2025 : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए पीएचडी प्रोग्रामों में प्रवेश की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी है। इस बार जेएनयू में पीएचडी में दाखिले को लेकर कई बदलाव किए गए हैं, जिनमें सबसे प्रमुख बदलाव यह है कि अब पीएचडी प्रवेश परीक्षा (JNUEE) आयोजित नहीं की जाएगी। विश्वविद्यालय के इस निर्णय के खिलाफ छात्र संघ (JNUSU) ने कड़ा विरोध जताया है और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू
पीएचडी में प्रवेश के इच्छुक उम्मीदवार 26 जून से 7 जुलाई 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जेएनयू की आधिकारिक वेबसाइट jnu.ac.in पर जाकर आवेदन फॉर्म भरा जा सकता है। आवेदन फॉर्म में किसी भी प्रकार की त्रुटि सुधारने की सुविधा 8 और 9 जुलाई को उपलब्ध रहेगी। छात्रों को सलाह दी जाती है कि आवेदन करते समय सभी दस्तावेज और जानकारी ध्यानपूर्वक भरें ताकि सुधार की आवश्यकता न पड़े।
प्रवेश परीक्षा नहीं, UGC-NET आधारित दाखिला
इस साल जेएनयू प्रशासन ने प्रवेश परीक्षा को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। अब केवल UGC-NET जून 2025 के स्कोर के आधार पर ही दाखिला मिलेगा। लेकिन हैरानी की बात यह है कि यूजीसी-नेट जून 2025 के उम्मीदवारों को भी प्रवेश प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है, क्योंकि उनके परिणाम अभी तक घोषित नहीं हुए हैं।
इस निर्णय से नाराज छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय ने जानबूझकर एक बड़े वर्ग को प्रवेश से वंचित कर दिया है। छात्र संगठन जेएनयूएसयू का कहना है कि यह निर्णय गैर-लोकतांत्रिक और बहिष्कारकारी है।
छात्र संघ का आंदोलन
जेएनयू छात्र संघ ने प्रशासन के इस निर्णय के खिलाफ 26 जून की रात से ही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। छात्र संघ के अध्यक्ष नीतीश कुमार, उपाध्यक्ष मनीषा और महासचिव मुन्तेहा फातिमा ने स्पष्ट किया है कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों पर विचार नहीं करता, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
छात्र संघ की मुख्य मांग है कि जेएनयू पीएचडी प्रवेश परीक्षा (JNUEE) को पुनः शुरू किया जाए ताकि हर वर्ग के छात्रों को समान अवसर मिल सके। उनका मानना है कि प्रवेश परीक्षा ही एकमात्र न्यायसंगत और पारदर्शी तरीका है, जिससे सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से विविध पृष्ठभूमियों से आने वाले छात्रों को समान मंच मिलता है।
प्रशासन के संवाद से इनकार का आरोप
छात्र नेताओं ने प्रशासन पर यह भी आरोप लगाया है कि वह छात्र प्रतिनिधियों से बातचीत करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य से जुड़े इतने गंभीर मसले पर विश्वविद्यालय प्रशासन का यह रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। छात्र नेताओं ने स्पष्ट किया है कि अगर प्रशासन ने जल्द ही समाधान नहीं निकाला तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रवेश प्रक्रिया का शेड्यूल
जेएनयू प्रशासन ने पीएचडी दाखिले के लिए पूरा शेड्यूल भी जारी कर दिया है:
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मौखिक परीक्षा (Viva Voce): 25 जुलाई से 31 जुलाई 2025 तक
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पहली मेरिट लिस्ट: 11 अगस्त 2025
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दूसरी मेरिट लिस्ट: 29 अगस्त 2025
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तीसरी और अंतिम मेरिट लिस्ट: 15 सितंबर 2025
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अंतिम नामांकन और दस्तावेज़ सत्यापन की तारीख: 30 सितंबर 2025
यह पूरा शेड्यूल उन छात्रों के लिए है जिनके UGC-NET स्कोर के आधार पर आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
निष्कर्ष
जेएनयू पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया 2025 में जहां एक ओर डिजिटल और मेरिट आधारित प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है, वहीं प्रवेश परीक्षा को खत्म करने और UGC-NET के ताजा उम्मीदवारों को बाहर करने का फैसला कई छात्रों के लिए निराशाजनक साबित हो रहा है। छात्र संघ द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल ने इस मसले को और अधिक गंभीर बना दिया है।