Heavy Rain Alert : भारत में मानसून की शुरुआत होते ही मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। जहां एक ओर दक्षिण और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है, वहीं उत्तर भारत के कई राज्यों में अभी भी लू और गर्म हवाओं का असर बना हुआ है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 12 जून से 17 जून तक के लिए देशभर में अलग-अलग मौसम संबंधित चेतावनियां जारी की हैं। इन चेतावनियों में कहीं भारी बारिश का अलर्ट है तो कहीं हीटवेव और गरम रातों को लेकर सावधान किया गया है।
दक्षिण और पश्चिम भारत में मूसलाधार बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, कोंकण, गोवा, तटीय और आंतरिक कर्नाटक के कई इलाकों में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। यह बारिश 12 से 17 जून तक जारी रह सकती है। केरल और माहे के कुछ हिस्सों में 14 से 16 जून के बीच तेज बारिश के साथ तूफानी हवाएं भी चलने की संभावना है, जिनकी गति 50 से 60 किमी प्रति घंटा हो सकती है।
इसी प्रकार, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी भारी वर्षा का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने बताया है कि इन इलाकों में लगातार बारिश होने की आशंका है, जिससे स्थानीय जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गरज-चमक के साथ बारिश
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ इलाकों में 12 से 15 जून तक गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। इन क्षेत्रों में वज्रपात और तेज तूफानी झोंकों की भी चेतावनी दी गई है, जो लोगों की सुरक्षा के लिहाज से एक गंभीर स्थिति पैदा कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में भारी वर्षा और तेज हवाएं
कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र तथा मराठवाड़ा के क्षेत्रों में भी मौसम विभाग ने भारी से अति भारी वर्षा की संभावना जताई है। 12 से 14 जून के बीच इन इलाकों में 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इस दौरान पेड़ों के गिरने, बिजली गुल होने और यातायात में बाधा जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
पूर्वोत्तर भारत में भी तेज बारिश की संभावना
नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में भी 12 से 17 जून के बीच रुक-रुक कर तेज बारिश और गरज-चमक होने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में बिजली गिरने और तूफानी हवाओं से लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
उत्तर भारत में दोहरा असर – कहीं बारिश तो कहीं लू
उत्तर भारत के कुछ राज्यों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। उत्तराखंड में 12 से 17 जून तक भारी बारिश हो सकती है। वहीं पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 13 से 17 जून के बीच गरज-चमक और तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है। राजस्थान में 14 से 17 जून तक 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी और तूफान आ सकता है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
हीटवेव और गर्म रातें भी कर रही परेशान
जहां एक ओर देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है, वहीं उत्तर भारत के कुछ राज्यों में अब भी हीटवेव यानी लू का प्रकोप बना हुआ है। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी और लू चलने की संभावना है।
इसके अलावा, बिहार, असम और मेघालय जैसे राज्यों में उमस और चिपचिपी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। वहीं दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब में गर्म रातों का असर महसूस किया जा रहा है, जिससे लोगों की नींद और सेहत दोनों पर असर पड़ सकता है।
समुद्री क्षेत्रों में भी खतरे की आशंका
मौसम विभाग ने समुद्री इलाकों में भी सतर्कता बरतने की सलाह दी है। अरब सागर, लक्षद्वीप, तमिलनाडु-आंध्र तट, केरल और श्रीलंका के तटीय इलाकों में 45 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
निष्कर्ष
देशभर में मौसम का यह अचानक बदला हुआ मिजाज लोगों के लिए कई तरह की चुनौतियां लेकर आया है। एक तरफ भारी बारिश और बाढ़ का खतरा है तो दूसरी तरफ लू और गर्म हवाओं से स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। ऐसे में जरूरी है कि लोग मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें, सतर्क रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें। सरकारी एजेंसियों द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना सभी के लिए जरूरी है, ताकि जान-माल की हानि को रोका जा सके।