Delhi NCR Rain Alert : देशभर में इन दिनों मौसम कुछ अजीब सा व्यवहार कर रहा है। न तो गर्मी पूरी तरह जा रही है और न ही बारिश का ठीक से आगमन हो पा रहा है। यह बदलता हुआ मौसम लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहा है। जहां एक ओर उत्तर भारत में तेज धूप और गर्म हवाएं लोगों को परेशान कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी होने के बावजूद उमस ने हालत बिगाड़ दी है।
दिल्ली-NCR में हल्की राहत के संकेत
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में इस सप्ताह हल्की राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार सुबह और शाम के समय ठंडी हवाएं चलने से कुछ राहत महसूस हो सकती है। हालांकि दोपहर के समय सूरज की किरणें तेज बनी रहेंगी, जिससे तापमान में गिरावट की उम्मीद नहीं की जा रही है। राजधानी में पिछले कुछ दिनों से नमी भरी हवाएं चल रही हैं, जो लोगों को और अधिक बेचैन कर रही हैं। तापमान और उमस के इस मिलेजुले प्रभाव से लोग खासे परेशान हैं।
मुंबई में भी हालात बने हैं चिंताजनक
मुंबई में भी मौसम का मिजाज असामान्य बना हुआ है। समुद्र के किनारे बसे इस महानगर में बादल तो मंडरा रहे हैं लेकिन अब तक ढंग की बारिश नहीं हुई है। गर्मी और नमी के कारण लोग पसीने और घुटन से परेशान हो रहे हैं। बारिश की उम्मीद में टकटकी लगाए बैठे लोगों को फिलहाल निराशा हाथ लग रही है। मौसम विभाग का मानना है कि जल्द ही बारिश शुरू हो सकती है, लेकिन फिलहाल राहत की कोई ठोस संभावना नजर नहीं आ रही।
उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड का हाल
उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में भी मौसम की यही स्थिति देखने को मिल रही है। कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश की बूंदें जरूर गिरीं, लेकिन वह भी इतनी नहीं थीं कि गर्मी से कोई राहत मिल सके। इसके विपरीत, बारिश के बाद उमस ने लोगों को और ज्यादा परेशान कर दिया है। इन राज्यों के लोग भी अब मानसून की स्थिर और लगातार बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
दक्षिण भारत में सुस्त दिख रहा है मानसून
दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में भी मानसून की रफ्तार धीमी पड़ी हुई है। केरल और कर्नाटक में जहां आमतौर पर इस समय तक अच्छी बारिश शुरू हो जाती है, वहीं इस बार वहां पर भी मानसून अपनी पूरी गति नहीं पकड़ पाया है। इससे खेती-किसानी पर भी असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में मानसून के रफ्तार पकड़ने की संभावना है, लेकिन फिलहाल मौसम की यह सुस्ती चिंता का विषय बनी हुई है।
देश के अन्य हिस्सों का हाल
देश के कई अन्य राज्यों में भी यही स्थिति बनी हुई है। कहीं तेज धूप लोगों को झुलसा रही है तो कहीं बादल तो हैं पर बारिश नहीं हो रही। मध्य भारत के कुछ हिस्सों में भी तेज गर्मी के बीच बीच में छिटपुट बूंदाबांदी हो रही है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। नतीजतन लोगों को गर्मी और उमस से राहत नहीं मिल पा रही है।
क्या कहता है मौसम विभाग?
भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि वर्तमान में देशभर में मानसून की गतिविधियां सामान्य से थोड़ी कमजोर हैं। कुछ हिस्सों में अगले दो से तीन दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है, लेकिन किसी बड़े बदलाव की संभावना फिलहाल कम है। खासकर दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार और राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक तापमान में विशेष गिरावट नहीं देखने को मिलेगी।
क्या करें लोग?
इस मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। अधिक पसीना और गर्मी से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, इसलिए अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। धूप में बाहर निकलते समय सिर को ढंक कर निकलें और हल्के कपड़े पहनें। साथ ही, बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें क्योंकि यह मौसम उनके लिए और भी अधिक कष्टदायक हो सकता है।
निष्कर्ष
फिलहाल देश के अधिकांश हिस्सों में मौसम का मिजाज असामान्य बना हुआ है। कहीं नमी और उमस तो कहीं तेज धूप और गर्मी से लोग परेशान हैं। सभी की निगाहें अब मानसून के अगले कदम पर टिकी हुई हैं। मौसम कब करवट लेगा और राहत कब मिलेगी, इसका जवाब फिलहाल मौसम विभाग के पूर्वानुमानों पर ही निर्भर करता है। तब तक के लिए सभी को संयम और सतर्कता के साथ मौसम की इस मार को सहन करना होगा।