Low Score In JEE NEET : करियर के सही विकल्प चुनना हर छात्र और उसके माता-पिता के लिए एक बड़ा फैसला होता है। इसी सोच के साथ हम लेकर आए हैं करियर क्लैरिटी का एक खास एपिसोड, जिसमें आज हम दो पेरेंट्स के सवालों के जवाब देंगे। पहला सवाल गुड़गांव से आया है, जिसमें एक पिता अपने बेटे की करियर संभावनाओं के बारे में जानना चाहते हैं। वहीं दूसरा सवाल NEET UG के स्कोर के बाद डेंटल कॉलेज की फीस और विकल्पों से जुड़ा है। आइए विस्तार से जानते हैं दोनों सवालों के जवाब।
सवाल 1: JEE की तैयारी कर रहे बेटे के लिए मैथ्स में करियर के विकल्प क्या हैं?
गुड़गांव के एक पेरेंट का सवाल है कि उनके बेटे का सब्जेक्ट मैथ्स है और वह JEE की तैयारी कर रहा है, लेकिन उम्मीद कम है कि वह JEE में सफल हो पाए। ऐसे में मैथ्स में और कौन-कौन से करियर ऑप्शन हो सकते हैं?
सीनियर करियर काउंसलर श्वेता खन्ना भंद्राल बताती हैं कि JEE के अलावा आपके बेटे कई अन्य एंट्रेंस एग्जाम भी दे सकते हैं जैसे VIT JEE, BITSAT, KCET, और मणिपाल का एंट्रेंस। ये एग्जाम भी इंजीनियरिंग में अच्छे कॉलेजों में दाखिला दिला सकते हैं।
अगर इंजीनियरिंग की राह कठिन लग रही हो, तो मैथ्स के क्षेत्र में कई अन्य विकल्प भी हैं। इसके लिए CUET एंट्रेंस परीक्षा देनी होती है। इसके जरिए आप निम्नलिखित बैचलर डिग्री कर सकते हैं:
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बी-मैथ (B.Math)
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बी-स्टैटिस्टिक्स (B.Statistics)
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BSc मैथ्स
श्वेता खन्ना के अनुसार, इंजीनियरिंग का फोकस टेक्नोलॉजी पर होता है, जबकि मैथ्स आपको डेटा एनालिटिक्स, फाइनेंशियल मार्केट, और सांख्यिकी जैसे क्षेत्रों में करियर के अवसर देता है।
अगर मास्टर्स की पढ़ाई करनी हो तो आप ये कोर्स कर सकते हैं:
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MBA फाइनेंस
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मास्टर्स इन इकोनॉमिक्स
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डेटा एनालिटिक्स
इन विकल्पों के जरिए छात्र न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी बेहतर करियर बना सकते हैं। डेटा साइंस और फाइनेंस सेक्टर में रोजगार के व्यापक अवसर हैं, जो भविष्य में और अधिक बढ़ेंगे।
सवाल 2: NEET UG स्कोर 350-400 के बीच है, प्राइवेट कॉलेज से BDMS के विकल्प और खर्चे क्या हैं?
दूसरे सवाल में एक पेरेंट ने NEET UG में 350-400 के बीच स्कोर बताया है और जानना चाहा है कि प्राइवेट कॉलेज से BDMS (Bachelor of Dental Medicine and Surgery) करने के लिए कितना खर्चा आएगा और कौन-कौन से कॉलेज विकल्प उपलब्ध हैं।
सीनियर करियर काउंसलर रत्ना पंथ ने इस सवाल का विस्तार से जवाब दिया है। उन्होंने बताया कि राजस्थान और गुजरात में कई डेंटल कॉलेज हैं जहां BDMS की पढ़ाई कराई जाती है।
राजस्थान के प्रमुख डेंटल कॉलेज:
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दासवानी डेंटल कॉलेज, कोटा
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NIMS डेंटल कॉलेज
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राजस्थान डेंटल कॉलेज, जयपुर
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जयपुर डेंटल कॉलेज
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व्यास डेंटल कॉलेज, जोधपुर
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महाराजा गंगाश्री डेंटल कॉलेज, गंगानगर
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गीतांजलि डेंटल कॉलेज, उदयपुर
गुजरात के प्रमुख डेंटल कॉलेज:
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एमपी पटेल डेंटल कॉलेज, वडोदरा
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अहमदाबाद डेंटल कॉलेज
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करणावती डेंटल कॉलेज, अहमदाबाद
फीस का अनुमान
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राजस्थान में सालाना फीस लगभग 2 से 4 लाख रुपये के बीच होती है।
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गुजरात में फीस सालाना 7 से 8 लाख रुपये के आसपास है।
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महाराष्ट्र में यह फीस 4 से 8 लाख रुपये सालाना हो सकती है।
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मध्य प्रदेश में फीस और भी ज्यादा है, करीब 11 से 13 लाख रुपये सालाना।
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अगर आपके पास बजट ज्यादा है, तो आप प्राइवेट कॉलेज भी चुन सकते हैं, जहां फीस सालाना लगभग 45 लाख रुपये तक हो सकती है।
रत्ना पंथ ने सुझाव दिया कि 350-400 के स्कोर वाले छात्रों के लिए प्राइवेट कॉलेज भी अच्छे विकल्प हो सकते हैं, खासकर अगर वे फीस का भार उठा सकते हैं।
निष्कर्ष
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मैथ्स के छात्रों के लिए:
JEE के अलावा कई और एंट्रेंस एग्जाम और कोर्स विकल्प मौजूद हैं। इंजीनियरिंग से अलग भी मैथ्स में बी-मैथ, बी-स्टैटिस्टिक्स, BSc मैथ्स जैसे कोर्स कर आप डेटा एनालिटिक्स, फाइनेंस और इकोनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं। -
डेंटल कॉलेज फीस और विकल्प:
NEET में मध्यम स्कोर पर भी राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कई डेंटल कॉलेज हैं, जहां BDMS की पढ़ाई कर सकते हैं। फीस कॉलेज और राज्य के हिसाब से अलग-अलग होती है, इसलिए बजट के अनुसार सही कॉलेज चुनना जरूरी है।
इस एपिसोड में पेरेंट्स के सवालों के जवाब देकर हम यही संदेश देना चाहते हैं कि हर परिस्थिति में करियर के नए विकल्प और रास्ते होते हैं। सही जानकारी और मार्गदर्शन से आप अपने बच्चे का करियर बेहतर दिशा में ले जा सकते हैं।