IMD Red Alert : भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून तेजी से उत्तर और पश्चिम भारत की ओर बढ़ रहा है। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में पहले ही मानसून सक्रिय हो चुका है और अब इसके प्रभाव से अन्य हिस्सों में भी मौसम खराब होने की आशंका है।
विशेष रूप से 21 जून को देश के मध्य, पूर्वी, उत्तर और उत्तर-पूर्वी राज्यों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। IMD ने कई राज्यों में येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किए हैं।
किन-किन राज्यों में हो सकती है भारी बारिश?
IMD के अनुसार, बहुत भारी वर्षा (Very Heavy Rainfall) की आशंका असम, मेघालय, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में जताई गई है। इसके अलावा निम्नलिखित राज्यों में भारी वर्षा होने की संभावना है:
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बिहार
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झारखंड
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छत्तीसगढ़
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गुजरात
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मध्य महाराष्ट्र
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कोंकण और गोवा
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हिमाचल प्रदेश
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उत्तराखंड
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दिल्ली-एनसीआर
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राजस्थान
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पंजाब
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सिक्किम और पश्चिम बंगाल के पहाड़ी क्षेत्र
इन राज्यों में योग दिवस पर खुले स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करने में सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है।
तेज हवाएं और गरज-चमक भी करेगी परेशान
मौसम विभाग ने बताया कि कई हिस्सों में तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ तूफान आ सकता है। कुछ राज्यों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है:
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अंडमान और निकोबार द्वीप
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राजस्थान
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उत्तराखंड
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जम्मू-कश्मीर
वहीं, बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चल सकती है, साथ ही बिजली गिरने की घटनाओं की भी संभावना जताई गई है।
मछुआरों के लिए अलर्ट: समुद्र से दूर रहें
IMD ने अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं और समुद्री उथल-पुथल की चेतावनी दी है। यहां 45 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। यह अलर्ट अगले 2 दिनों तक प्रभावी रहेगा।
दक्षिण भारत में गर्मी और उमस से परेशान रहेंगे लोग
जहां एक ओर देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश की राहत मिलेगी, वहीं दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में गर्मी और उमस बनी रहेगी। खासतौर पर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में लोगों को असहज मौसम का सामना करना पड़ सकता है।
IMD Red Alert का क्या मतलब होता है?
IMD द्वारा जारी किया गया रेड अलर्ट यह संकेत देता है कि स्थिति गंभीर हो सकती है और प्रशासन तथा आम जनता को तुरंत एक्शन लेने की आवश्यकता है। रेड अलर्ट वाले क्षेत्रों में योग शिविरों और अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों को स्थगित करना या स्थान बदलना समझदारी होगी।
क्या करें और क्या न करें – सावधानी ही सुरक्षा
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जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें
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मौसम और ट्रैफिक अपडेट पर नज़र बनाए रखें
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फसलों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था करें
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पुराने और कमजोर मकानों से दूर रहें
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मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखें
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बाहर खुले में योग या सामूहिक कार्यक्रम करने से पहले मौसम का पूर्वानुमान जरूर देखें