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Monsoon 2025: समय से पहले पहुंचेगा मानसून, उत्तर भारत के लिए बड़ी राहत – जानें कहां-कहां होगी बारिश
भारत में इस समय मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और अब यह देश के अधिकांश हिस्सों में सक्रिय हो गया है। खासतौर पर उत्तर भारत के राज्यों के लिए यह बड़ी राहत की खबर है, जहां जून की शुरुआत से अब तक लू और तेज़ गर्मी ने जनजीवन को परेशान कर रखा था।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि इस बार मानसून समय से पहले उत्तर भारत में प्रवेश करेगा, और 22 जून तक दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में इसकी दस्तक हो सकती है। आमतौर पर मानसून यहां 30 जून के आसपास पहुंचता है, लेकिन इस बार स्थितियां तेजी से बदल रही हैं।
देशभर में एक साथ सक्रिय हैं कई मौसमी सिस्टम
IMD के अनुसार, देश में एक साथ कई मौसमी प्रणालियां सक्रिय हैं, जो मानसून को बल दे रही हैं। बंगाल की खाड़ी और गुजरात क्षेत्र में बने कम दबाव के क्षेत्र इसके पीछे मुख्य कारण हैं। इन सिस्टम की वजह से मानसून ने 16 से 18 जून के बीच तेज़ी से प्रगति की और अब यह तेजी से उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है।
इन मौसमी बदलावों के कारण मध्य भारत, पूर्वी भारत और पश्चिमी भारत में मौसमी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। अब मौसम विभाग की नजर उत्तर भारत पर है, जहां अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश के आसार जताए गए हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत में 20 से 25 जून के बीच भारी बारिश संभव
मौसम विभाग के अनुसार, 20 जून से 25 जून के बीच हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गर्जन के साथ वर्षा, तेज हवाएं और आंधी-तूफान की स्थिति बन सकती है।
इन राज्यों के लिए मौसम विभाग ने येलो और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मानसून की सामान्य टाइमलाइन और इस बार की स्थिति
आमतौर पर मानसून हर साल 1 जून को केरल में दस्तक देता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। लेकिन इस बार मानसून अपनी सामान्य गति से तेज़ है और पहले ही देश के कई हिस्सों में पहुंच चुका है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, समुद्री परिस्थितियों में सकारात्मक बदलाव और कम दबाव के क्षेत्रों की सक्रियता के कारण इस साल मानसून की गति बेहतर है और यह जल्द ही पूरे देश में फैल सकता है।
विशेषज्ञों की राय
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने बताया कि, “इस बार मानसून की शुरुआत थोड़ी धीमी जरूर रही, लेकिन अब यह तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले दो से तीन दिनों में यह दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में प्रवेश कर सकता है।”
विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि, इस बार मानसून की बारिश सामान्य से बेहतर हो सकती है, जिससे कृषि क्षेत्र को भी फायदा मिलेगा।
लू से राहत जरूर, लेकिन बिजली गिरने का खतरा बरकरार
उत्तर भारत में इस महीने की शुरुआत से गर्मी और लू का प्रकोप लगातार बना हुआ था। कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया था। अब बारिश से गर्मी से तो राहत मिलेगी लेकिन इसके साथ ही बिजली गिरने और आंधी-तूफान की घटनाएं भी सामने आ सकती हैं।
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के लिए विशेष चेतावनी जारी की है, जहां बिजली गिरने और तेज हवाओं की आशंका है।
दक्षिण और मध्य भारत में बारिश का दौर जारी
दक्षिण भारत के राज्यों जैसे केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में पहले ही मानसून पहुंच चुका है और वहां रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है।
मध्य भारत के राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में भी अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है। गुजरात के कई इलाकों में बिजली गिरने और भारी वर्षा की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है।