Rajasthan Weather Alert : राजस्थान में इस बार मानसून ने उम्मीद से पहले दस्तक दी है और प्रदेश के लोगों को गर्मी और उमस से बड़ी राहत मिली है। राजधानी जयपुर समेत कई जिलों में मानसून की पहली बारिश हो चुकी है, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया है और तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 27 जिलों में बारिश और 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे आने वाले दिनों में और भी अधिक वर्षा की संभावना है।
7 दिन पहले पहुंचा मानसून, लोगों को मिली राहत
मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में इस बार मानसून 7 दिन पहले ही सक्रिय हो गया है। वहीं, राजधानी जयपुर में मानसून सामान्य समय से 10 दिन पहले पहुंचा है। यह राज्य के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, क्योंकि पहले मानसून का मतलब है—लंबे समय तक अच्छी वर्षा और खेती के लिए अनुकूल स्थिति।
कहां-कहां हुई बारिश?
जयपुर: राजधानी में मानसून की पहली बारिश ने लोगों को उमस भरे मौसम से राहत दी। बादलों की गड़गड़ाहट के साथ हुई बारिश से तापमान में गिरावट आई और लोगों ने खुलकर सांस ली।
करौली: गुरुवार सुबह करौली जिले में झमाझम बारिश हुई। सुबह करीब 7 बजे के आसपास ठंडी हवाओं के साथ बारिश की शुरुआत हुई जो कुछ ही समय में सड़कों पर बहाव लेकर आई। इससे कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई।
बांसवाड़ा: यहां अलसुबह से ही तेज बारिश का दौर शुरू हो गया, जिसने स्थानीय प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी। नगर परिषद और विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते कई कॉलोनियों में बिजली गुल हो गई और मुख्य सड़कों पर पानी भर गया। वाहन चालकों को सड़कों पर चलने में काफी परेशानी हुई।
प्रतापगढ़: जिले में बुधवार रात से ही रिमझिम और तेज बारिश का सिलसिला जारी है। मानसून की पहली बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान लौटा दी है। खेतों में नमी आने से खरीफ फसलों की बुवाई का रास्ता साफ हो गया है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने राज्य के जिन 5 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, वे हैं:
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कोटा
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बांसवाड़ा
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डूंगरपुर
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प्रतापगढ़
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उदयपुर
इन जिलों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान मेघगर्जन के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों के लोगों को सलाह दी गई है कि वे निचले इलाकों में रहने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
27 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 27 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले कुछ दिनों तक बादलों की आवाजाही, गरज चमक के साथ बारिश और कहीं-कहीं वज्रपात की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। किसानों और आम नागरिकों को मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखने की सलाह दी गई है।
मानसून से तापमान में गिरावट
प्रदेशभर में मानसून की सक्रियता के कारण अधिकतम तापमान में औसतन 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। जहां पिछले सप्ताह तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार था, अब कई जिलों में यह 34 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया है। इससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है और दिन का मौसम काफी सुहावना हो गया है।
बारिश से जुड़ी समस्याएं भी सामने आईं
जहां एक ओर बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर इससे जुड़ी समस्याएं भी सामने आई हैं। कई जिलों में बारिश के कारण जलभराव, कीचड़ और यातायात अवरोध जैसी स्थिति बन गई है। बांसवाड़ा और करौली जैसे क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई है और सड़कों पर पानी भर जाने से आम जनजीवन बाधित हुआ है।
किसानों के लिए खुशखबरी
मानसून की समय पर और सक्रिय शुरुआत ने राजस्थान के किसानों को राहत दी है। विशेषकर खरीफ फसलों जैसे बाजरा, मक्का, सोयाबीन और मूंग की बुवाई के लिए यह समय अत्यंत अनुकूल माना जाता है। अगर बारिश की यह गति बनी रही, तो फसल की उत्पादकता में इस बार बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
क्या करें – क्या न करें
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बारिश के समय खुले स्थानों पर खड़े रहने से बचें, विशेषकर बिजली गिरने की आशंका वाले इलाकों में।
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स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई चेतावनियों और अलर्ट्स पर ध्यान दें।
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वाहन चलाते समय सतर्कता बरतें, जलभराव वाले रास्तों से बचें।
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किसान मौसम विभाग की सलाह अनुसार खेती संबंधी निर्णय लें।
निष्कर्ष
राजस्थान में मानसून की समय से पहले दस्तक ने राज्य में एक नई ऊर्जा भर दी है। जहां एक ओर यह किसानों के लिए वरदान साबित हो सकता है, वहीं प्रशासन को बारिश से जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। आने वाले दिनों में यदि मानसून सक्रिय बना रहा, तो राज्य में जल संकट की समस्या भी काफी हद तक हल हो सकती है। फिलहाल, प्रदेश के नागरिकों को मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देते हुए सावधानी बरतनी चाहिए।