Weather Alert Rajasthan : राजस्थान में इस वर्ष मानसून ने समय से पहले दस्तक देकर एक बार फिर मौसम चक्र में बदलाव का संकेत दिया है। जहां सामान्यत: मानसून 25 जून के आसपास आता है, वहीं इस बार 18 जून 2025 को ही प्रदेश में इसकी एंट्री हो गई है। यानी मानसून ने सात दिन पहले ही राज्य में प्रवेश कर लिया है, जो 2021 के बाद पहली बार हुआ है।
यह समय से पहले मानसून आगमन केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि राज्य के किसानों, जलाशयों और आमजन के लिए राहत की उम्मीद लेकर आया है। दूसरी ओर, मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है, जिससे सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
25 वर्षों में कुछ बार ही जल्दी आया मानसून
पिछले 25 वर्षों में बहुत कम बार ऐसा हुआ है जब मानसून ने राजस्थान में तय समय से पहले प्रवेश किया हो।
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2001 में सबसे जल्दी 13 जून को मानसून आया था।
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इसके बाद 2013 में 15 जून,
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2004 में 17 जून और
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2021 में भी 18 जून को मानसून ने राज्य में एंट्री की थी।
इसके विपरीत कई बार मानसून देरी से भी आया है।
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2007 और 2019 में यह 15 जुलाई को आया था, जो सबसे विलंबित आगमन था।
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2008 में 10 जुलाई और 2012 में 5 जुलाई को मानसून ने राज्य में देर से प्रवेश किया था।
पहले ही दिन आधे राज्य में सक्रिय मानसून
18 जून को मानसून के आगमन के साथ ही राजस्थान के आधे से ज्यादा हिस्सों में सक्रियता देखी गई। खासतौर पर दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में—
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उदयपुर,
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कोटा संभाग के सभी जिले,
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अजमेर,
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जयपुर,
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भरतपुर और
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जोधपुर संभाग के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है।
बीते 24 घंटों में राज्य के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड की गई।
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भरतपुर जिले के कामां में 101 मिमी बारिश हुई।
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वहीं जालोर जिले के रानीवाड़ा में 84 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
क्यों हो रही है इतनी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में एक लो प्रेशर एरिया मध्य राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। इसी सिस्टम के कारण आगामी दो दिनों तक मानसून सक्रिय बना रहेगा और बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।
किसानों के लिए राहत की खबर
समय से पहले हुई बारिश का सबसे बड़ा फायदा राज्य के किसानों को मिल सकता है।
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खेतों में समय पर बुवाई हो सकेगी।
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जलाशयों और तालाबों के जल्दी भरने की संभावना बढ़ गई है।
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जल संकट झेल रहे क्षेत्रों को कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
यह अच्छी शुरुआत इस बात का संकेत हो सकती है कि अगर मानसून सामान्य गति से आगे बढ़ा, तो इस साल फसलों की अच्छी पैदावार होने की संभावना है।
आमजन के लिए भी फायदे और चेतावनी
जहां एक ओर मानसून की जल्द शुरुआत से गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी को भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के समय
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खुले स्थानों से दूर रहें,
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जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाएं,
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और मौसम संबंधित अपडेट पर नजर रखें।
निष्कर्ष
2025 में राजस्थान में मानसून का सात दिन पहले पहुंचना न केवल एक मौसमीय उपलब्धि है, बल्कि किसानों, जल संसाधनों और आम नागरिकों के लिए एक उम्मीद की किरण भी है। हालांकि, यह उम्मीद तभी सकारात्मक परिणाम लाएगी जब समय पर सतर्कता और तैयारी भी साथ हो।