Monsoon Update India :भारत में हर दिन बदलते मौसम की जानकारी नागरिकों के लिए अत्यंत आवश्यक होती है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा 19 जून 2025 को जारी मौसम पूर्वानुमान में देश के चारों क्षेत्रों – उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण भारत – के प्रमुख राज्यों की मौसम स्थिति का विस्तृत ब्यौरा दिया गया है। इस रिपोर्ट में तापमान, आर्द्रता, हवा की गति और संभावित मौसमी प्रभावों को लेकर महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं।
उत्तर भारत में भीषण गर्मी का असर जारी
उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में गर्मी का असर अभी भी बना हुआ है, हालांकि कुछ इलाकों में हल्की बारिश से आंशिक राहत की संभावना जताई गई है।
दिल्ली में अधिकतम तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। आर्द्रता 50 से 60 प्रतिशत के बीच रहेगी और हवा की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। हल्की बारिश की संभावना जरूर जताई गई है, लेकिन गर्मी में विशेष कमी आने की उम्मीद नहीं है।
उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। इन राज्यों में आर्द्रता का स्तर 50 से 60 प्रतिशत के बीच रहेगा, जिससे उमस महसूस होगी। हल्की बारिश की संभावना इन राज्यों में मौसम को कुछ देर के लिए ठंडा कर सकती है, लेकिन गर्मी की स्थिति बनी रहेगी। राजस्थान के कुछ हिस्सों में तो तापमान 40 डिग्री तक पहुँच सकता है, जिससे लू का भी असर देखने को मिल सकता है।
पूर्वी भारत में बारिश और चक्रवात का असर
पूर्वी भारत में मॉनसून सक्रिय होता दिख रहा है। विशेषकर पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, झारखंड, असम और मेघालय में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
इन राज्यों में तापमान सामान्यतः 30 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, जबकि आर्द्रता का स्तर 60 से 85 प्रतिशत तक पहुँच सकता है। हवा की गति 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी।
ओडिशा में चक्रवात का असर देखा जा सकता है और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। असम और मेघालय में मूसलधार बारिश और जलभराव की स्थिति बन सकती है। बिहार और झारखंड में मध्यम से तेज बारिश और अधिक आर्द्रता के कारण सामान्य जीवन प्रभावित हो सकता है।
पश्चिम भारत में गर्मी और बारिश का मिश्रित रूप
महाराष्ट्र और गुजरात जैसे पश्चिमी भारत के राज्यों में मौसम का मिला-जुला असर देखने को मिलेगा।
महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तापमान 30 से 35 डिग्री के बीच रहेगा, जबकि आर्द्रता अधिक रहेगी। कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
गुजरात में तापमान 35 से 40 डिग्री के बीच रहेगा, आर्द्रता 40 से 50 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। यहां भी हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन गर्मी का प्रभाव प्रमुख रहेगा।
राजस्थान में अत्यधिक गर्मी बरकरार है, और केवल कुछ क्षेत्रों में ही राहत के रूप में हल्की बारिश होने की संभावना है।
दक्षिण भारत में भारी बारिश और चक्रवात की चेतावनी
दक्षिण भारत के कई राज्यों में इस समय भारी बारिश और चक्रवात जैसी परिस्थितियाँ बन रही हैं।
तमिलनाडु, कर्नाटका, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल में तापमान 30 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, जबकि आर्द्रता 75 से 85 प्रतिशत तक पहुंच सकती है। हवा की गति 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहेगी।
इन राज्यों में भारी बारिश की संभावना के साथ-साथ तेज हवाएं और बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है। केरल में जलभराव और आंधी-तूफान के कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
दक्षिण-पश्चिम भारत में भी विशेष रूप से गोवा, कर्नाटका और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है। इन इलाकों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
निष्कर्ष
19 जून 2025 को भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम की स्थिति अलग-अलग रहेगी। जहां उत्तर भारत के राज्यों में गर्मी का कहर जारी रहेगा, वहीं पूर्वी और दक्षिण भारत में बारिश और चक्रवात का खतरा बना रहेगा। पश्चिम भारत में गर्मी और बारिश दोनों का असर देखने को मिलेगा।
ऐसे में नागरिकों को चाहिए कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट और पूर्वानुमानों पर ध्यान दें और आवश्यक एहतियात बरतें। विशेषकर भारी बारिश और चक्रवात की संभावना वाले क्षेत्रों में सतर्कता और सावधानी जरूरी है।
सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे मौसम की गंभीरता को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों की पूरी तैयारी रखें, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।