MP Monsoon Update : मध्यप्रदेश में इस बार मानसून ने तय समय से महज एक दिन की देरी से दस्तक दी है। 16 जून को दक्षिणी-पश्चिमी मानसून गुजरात और महाराष्ट्र के रास्ते प्रदेश के पश्चिमी जिलों में पहुंचा और तेजी से आगे बढ़ने लगा। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की गति इस बार काफी अच्छी है और यह 6 से 7 दिनों के भीतर पूरे राज्य में फैल सकता है।
पहले दिन मानसून ने किन जिलों को कवर किया?
16 जून को मानसून ने बड़वानी, बुरहानपुर, खरगोन और खंडवा जैसे जिलों में प्रवेश किया। ये जिले मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में स्थित हैं और मानसून की शुरुआत इन्हीं सीमावर्ती इलाकों से हुई। बारिश के साथ इन जिलों में तेज हवाएं भी चलीं, जिससे मौसम में ठंडक घुल गई।
दूसरे दिन 15 और जिलों में पहुंचा मानसून
17 जून को मानसून ने अपनी गति और तेज कर दी और प्रदेश के 15 और जिलों तक पहुंच गया। इन जिलों में अलीराजपुर, बैतूल, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, देवास, धार, इंदौर, हरदा, नर्मदापुरम, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, झाबुआ और खंडवा शामिल हैं। इस तरह दो दिनों के भीतर कुल 19 जिलों में मानसून सक्रिय हो गया है।
मंगलवार की सुबह छिंदवाड़ा जिले में जोरदार बारिश देखने को मिली। बिछुआ, जुन्नारदेव और नवेगांव जैसे इलाकों में झमाझम पानी गिरा, जिससे खेतों और बाग-बगिचों को राहत मिली।
17 जून को आंधी और बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 17 जून को प्रदेश के 38 जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके तहत तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। यह अलर्ट राजधानी भोपाल समेत इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, सागर, सतना, शहडोल, बालाघाट, मंडला और सिवनी जैसे जिलों में लागू किया गया है।
अगले 6-7 दिनों में पूरे प्रदेश में सक्रिय होगा मानसून
मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार, मानसून अब मध्यप्रदेश के केंद्रीय भागों की ओर बढ़ रहा है। राजधानी भोपाल में मानसून के 18 या 19 जून तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद धीरे-धीरे यह प्रदेश के उत्तरी जिलों की ओर बढ़ेगा। ग्वालियर-चंबल संभाग में मानसून सबसे अंत में पहुंचेगा, संभवतः 22 से 24 जून के बीच।
इस बार का मानसून अरब सागर की ब्रांच से आया है, जो आमतौर पर अपेक्षाकृत कम प्रभावशाली मानी जाती है। हालांकि इसकी गति तेज होने से अधिक जिलों में बारिश के अच्छे संकेत मिल रहे हैं। बंगाल की खाड़ी से आने वाली ब्रांच अभी सक्रिय नहीं हुई है, लेकिन इसके जुड़ने से आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।
किसानों और आमजन के लिए राहत की खबर
मानसून के तेजी से फैलने की खबर प्रदेश के किसानों के लिए काफी राहतभरी है। बीते कुछ सप्ताह से गर्मी और लू के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। लेकिन अब बारिश से न सिर्फ मौसम सुहावना हुआ है, बल्कि खरीफ फसलों की बुआई की तैयारी भी शुरू हो गई है।
राज्य सरकार और कृषि विभाग ने किसानों को मानसून की स्थिति पर नजर बनाए रखने और बीज व खाद की तैयारी पहले से करने की सलाह दी है। कई जिलों में कृषि मेले और बीज वितरण शिविर भी लगाए जा रहे हैं, ताकि मानसून के साथ ही बुआई का कार्य शुरू हो सके।
जनता को सतर्क रहने की सलाह
हालांकि बारिश और मानसून का आना राहत की खबर है, लेकिन मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि आंधी और तेज हवाएं खतरनाक साबित हो सकती हैं। विशेषकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में कमजोर ढांचों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने की सलाह दी गई है। तेज बारिश के दौरान बिजली के उपकरणों का उपयोग सावधानी से करने और खुले स्थानों पर ना जाने की चेतावनी भी जारी की गई है।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश में मानसून ने इस बार तेज रफ्तार से दस्तक दी है और दो दिनों में ही 19 जिलों को कवर कर लिया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 6-7 दिनों में यह पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाएगा। इससे किसानों को राहत मिलेगी और प्रदेश में गर्मी से परेशान लोगों को भी ठंडक का अहसास होगा। आने वाले कुछ दिनों में बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है, इसलिए जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है।