Monsoon Alert 2025 : मध्यप्रदेश में मानसून ने अब रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अधिकतर जिलों में अगले कुछ दिनों तक बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा। मानसून ने इस बार तय समय से एक दिन की देरी से 16 जून को प्रदेश में बुरहानपुर और खंडवा की ओर से दस्तक दी है। अब यह धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में सक्रिय हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 26 जून तक मानसून मध्यप्रदेश के सभी हिस्सों को कवर कर लेगा।
बुरहानपुर-खंडवा से हुआ मानसून का आगमन
इस बार मानसून की एंट्री अरब सागर की ब्रांच से हुई है। मानसूनी बादल खंडवा, बड़वानी और बुरहानपुर को छूते हुए आगे बढ़े हैं। यह रास्ता अपेक्षाकृत कम असरदार माना जाता है, जबकि बंगाल की खाड़ी की ब्रांच से आने वाला मानसून अधिक प्रभावी होता है। मौसम विशेषज्ञ ए.के. शुक्ला के अनुसार बंगाल की खाड़ी वाली ब्रांच भी जल्द ही सक्रिय हो सकती है, जिससे प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अच्छी बारिश की संभावना है।
45 से अधिक जिलों में बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी
मंगलवार को प्रदेश के 45 से ज्यादा जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि इन इलाकों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। जिन जिलों में यह चेतावनी जारी की गई है उनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, सतना, मैहर, मऊगंज, कटनी, जबलपुर, उमरिया, शहडोल और डिंडोरी जैसे जिले शामिल हैं।
18 जून को कहां-कहां होगी बारिश
मौसम विभाग ने 18 जून को भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। खासतौर पर अनूपपुर, डिंडौरी और बालाघाट जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा भोपाल, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, पन्ना, सिंगरौली, दमोह, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, विदिशा, रायसेन, बैतूल, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, श्योपुर, गुना और जबलपुर सहित कई जिलों में सामान्य से मध्यम बारिश की संभावना है।
19 जून को भी आंधी-बारिश का दौर जारी रहेगा
19 जून को भी मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, मऊगंज, मैहर, सतना, शहडोल, उमरिया, कटनी, डिंडौरी, अनूपपुर, बालाघाट और छिंदवाड़ा समेत लगभग 40 जिलों में तेज बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की गई है। इस दिन भी 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है।
20 जून को अति भारी बारिश की संभावना
20 जून को कटनी जिले में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा उमरिया, शहडोल, डिंडौरी, खंडवा और झाबुआ जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है। वहीं, नीमच, मंदसौर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर और सीहोर जिलों में मौसम साफ रहने की संभावना जताई गई है। अन्य जिलों जैसे भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी जारी रह सकती है।
मानसून से जुड़े दो प्रमुख सिस्टम
मौसम विशेषज्ञों ने यह भी बताया है कि प्रदेश में दो सिस्टम सक्रिय होते हैं – एक अरब सागर से और दूसरा बंगाल की खाड़ी से। इस बार मानसून अरब सागर से आया है, जिसकी असर क्षमता सीमित होती है। जबकि बंगाल की खाड़ी से आने वाला सिस्टम अधिक प्रभावी माना जाता है और वह पूर्वी हिस्सों में अच्छी बारिश करता है। यदि दोनों सिस्टम एक साथ सक्रिय हो जाएं तो पूरे प्रदेश में व्यापक और भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
जनता को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है, वहां लोग खुले में ना निकलें और पेड़ या कमजोर ढांचे के नीचे खड़े होने से बचें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे बारिश के पूर्व अपनी फसलों की सुरक्षा करें और मौसम अपडेट पर ध्यान देते रहें।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। अगले कुछ दिनों तक बारिश और आंधी-तूफान का सिलसिला जारी रहेगा। ऐसे में प्रदेश के लोगों को मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना चाहिए और आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए। बारिश का यह दौर खेती और वातावरण के लिए भले ही लाभदायक हो, लेकिन सतर्कता ही सुरक्षा की कुंजी है।