Delhi Monsoon 2025 : देशभर में इस समय भीषण गर्मी लोगों की परेशानी का कारण बन रही है। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश राज्यों में तापमान लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा है। शुक्रवार को देश के 22 से ज्यादा स्थानों पर अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया।
राजस्थान में रिकॉर्डतोड़ गर्मी
राजस्थान के गंगानगर में इस सीजन का सबसे अधिक तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से लगभग 8 डिग्री अधिक है। इतनी भीषण गर्मी और उमस के चलते बड़ी संख्या में लोग बीमार हो गए हैं। लू और हीट स्ट्रोक के मामले अस्पतालों में बढ़ते जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में गर्मी ने बढ़ाई मुश्किलें
उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में तापमान उच्च स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार को आगरा में पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। झांसी में 44.9, बांदा में 44.6, हमीरपुर में 44.2 और लखनऊ में 44 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। भीषण गर्मी के कारण लोगों को बाहर निकलने में दिक्कत हो रही है और जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
पंजाब और हरियाणा में लू का असर
पंजाब और हरियाणा में भी गर्म हवाओं ने कहर बरपाया है। इन दोनों राज्यों में लू की चपेट में आकर दो लोगों की मौत हो गई। हालांकि शुक्रवार शाम के बाद मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिला। कई जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली। बठिंडा में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस और सिरसा में 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
दिल्ली में भी गर्मी ने तोड़े रिकॉर्ड
राजधानी दिल्ली में तापमान 36 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, लेकिन गर्मी महसूस करने का स्तर 50.3 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में तेज धूप, उमस और गर्म हवाओं के कारण आम लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मध्य प्रदेश में भी तापमान ऊंचाई पर
मध्य प्रदेश के खजुराहो में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं नर्मदापुरम में 44.4 और ग्वालियर में 44.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। इन इलाकों में भी लू का असर स्पष्ट रूप से देखा गया, जिसके कारण स्थानीय प्रशासन ने लोगों को दोपहर के समय बाहर न निकलने की सलाह दी है।
उत्तराखंड और हिमाचल में मौसम ने बदली करवट
जहां एक ओर मैदानी इलाकों में गर्मी ने हालात बिगाड़े हैं, वहीं पहाड़ी राज्यों में मौसम ने करवट ली है। उत्तराखंड में तेज बारिश के कारण कई स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। कोटद्वार में भारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक बाधित हुआ और ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। पिथौरागढ़ में भारी वर्षा के कारण तवाघाट-लिपुलेख मार्ग पर मलबा आ गया, जिससे लगभग 200 यात्री घंटों तक फंसे रहे।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का असर
हिमाचल प्रदेश में भी मौसम का रुख बदला हुआ नजर आया। कांगड़ा, शिमला, सोलन, मंडी, कुल्लू, ऊना, चंबा, बिलासपुर और हमीरपुर जैसे जिलों में भारी बारिश हुई। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों जैसे बारालाचा, कुंजुम और रोहतांग दर्रा में ताजा बर्फबारी देखी गई, जिससे वहां की सड़क यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है।
मौसम विभाग का अलर्ट और सावधानियां
भारतीय मौसम विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम से जुड़ी चेतावनियां जारी की हैं। अगले कुछ दिनों में कई इलाकों में आंधी, तेज हवाएं, भारी बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने, बिना जरूरत घर से बाहर न निकलने और लू से बचने के लिए पर्याप्त पानी पीने, हल्के कपड़े पहनने और धूप से बचने की सलाह दी है।
निष्कर्ष
देशभर में मौसम की स्थिति इस समय असामान्य बनी हुई है। एक ओर गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है, तो दूसरी ओर पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में जरूरी है कि लोग मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और सतर्क रहें। प्रशासन की ओर से भी राहत कार्य और तैयारियों को तेज किया गया है ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके।
यह मौसम की जानकारी न केवल गर्मी के प्रभाव को समझाने में मदद करती है बल्कि लोगों को जागरूक करने का कार्य भी करती है, ताकि वे समय रहते सतर्क हो सकें और सुरक्षित रह सकें।